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Deepak AlfaazAuthor: Deepak Pandey
Hi and welcome to my podcast. I love to write i.e., I am poet/shayar. Take a journey of your real feelings and real thoughts with my words. Language: hi Genres: Arts, Performing Arts Contact email: Get it Feed URL: Get it iTunes ID: Get it |
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Corona-Comic Love Poetry By Deepak Alfaaz
Episode 2
Tuesday, 31 March, 2020
बेफिक्र मिला करते थे, चाहने वाले; Callory Burn करते थे पार्कों में, होठों में होंठ डाले; Extra Class Group Study शाम को टहलना, School College Coaching बंद; बहानों की बत्ती नाक मुंह में, डालके रख दी है; घर को जेल बना दिया है, इस Corona नें; मम्मी Kitchen में पापा TV में, भाई रिश्तेदार कमरों के इर्द-गिर्द; Store Room में धूल कबाड़; छत Gallery कोने में जाना सिर दर्द; एक दूजे की फोटो देखें, हाथ धोएं Mobile पोंछें; लग गई है पाबंदी करने में, Video Call fb what's app पे Chat; दो Strwa से एक कॉफी पीने के सपने पर छींक दिया है, इस Corona नें; सोना को सोने में समस्या, बाबू अपने बापू के साथ है; Singles को ज्ञान बांटने वाले, Singles जैसा रहने में परेशान है; अब थाना नहीं खाना खा रहे हैं, Hashtag Feeling Happy नहीं सड़ा Face बना रहे हैं; चाट फुल्की आइसक्रीम दुकान की रौनक, एकांत की तलाश में फेरे लगा रहे हैं; 2100 के चढ़ावे की मांग रख दी है शायद, इस को Corona नें; चल बैठ सामने, थोड़ी Setting कर लेते हैं; चल Corona तुझे तेरी कोरोनी के, घर की टिकट दे देते हैं; कब तक सुने केजरी की खांसी, Dial Tune Caller Tune में, अब रास्ता नाप और ना डरा, क्योंकि डर के आगे बाबू सोना हैं; पहली फुर्सत में सामान बांध लिया है, इस Corona नें;











